भारत सरकार का बडा फैसला, लोकसभा चुनाव 2024 से पहले Petrol and Diesel हुआ सस्ता।
नयी कीमते दिनांक 15.03.2024 शुक्रवार सुबह 06 बजे से लागू ।
भारत सरकार ने लोकसभा चुनाव 2024 को ध्यान में रखते हुये Petrol and Diesel के दामों 2 रुपये प्रति लीटर की कमी की है । भारत सरकार के ऑयल एवं नेचुरल गैस मंत्रालय के केन्द्रीय मंत्री श्री हरदीप पुरी जी ने गुरुवार को अपने सोशल हैंडल्स के जरिये इस बात की पुष्टि की है । निश्चित रुप से मोदी सरकार की यह पहल लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुये की गयी है । जिसका लाभ भारत के आम नागरिकों को मिलेगा ।
Petrol and Diesel की नयी कीमते दिनांक 15.03.2024 शुक्रवार सुबह 06 बजे से लागू हो जायेंगी । लगभग दो वर्षो के पश्चात सरकार नें पेट्रोल एवं डीजल के दामों में कमी की है । जिससे आम जन को इसका लाभ मिल सकें । इससे पहले केन्द्रीय सरकार द्वारा 21 मई 2022 को पेट्रोल में रुपये 8 एवं डीजल में 6 प्रतिलीटर की कमी की गयी थी । उसके बाद से अब जा सके पेट्रोल एवं डीजलो के दामों में कटौती की गयी है ।
ऐसे होता है Petrol and Diesel के कीमतो का निर्धारण – भारत कच्चा तेल इराक, रुस, साउदी अरब से खरीदता है, कच्चे तेल को रिफायनरी अन्तर्गत इसका शोधन करके इसे पेट्रोल,डीजल एवं अन्य उत्पादों के रुप में बनाया जाता है । तेल कंपनियों द्वारा अपना खर्चा,कमीशन आदि जोडते हुये यह तेल ग्राहक तक पहॅुचता है । उक्त तेल में विभिन्न राज्यों के लगाये जाने वाले टैक्स स्लैब अनुसार वैट निर्धारित किया जाता है ।
भारत सरकार द्वारा Petrol and Diesel को अभी जीएसटी के दायरे से बाहर रखा गया है । इसका प्रमुख कारण विभिन्न राज्यों के मध्य राजस्व को लेकर आम सहमति न बन पाना है । तेल कीमतों में होनें वाल उतार-चढाव, व रुयये के मुकाबले डॉलर का बढना-घटना आदि कारण शामिल है , जो तेल के कीमतो पर अपना प्रभाव डालते है ।
विभिन्न राज्यों में अलग-अलग दाम – यदि बात करे Petrol and Diesel के दामों की तो भारत में विभिन्न राज्यों में पेट्रोल एवं डीजल के दामों में आपको अंतर देखने को मिलेगा । जिसका प्रमुख कारण अलग-अलग राज्यों में लगने वाला वैट कर है । हर राज्य, अपने राजस्व को ध्यान में रखते हुये Petrol and Diesel पर वैट कर वसूलते है । पेट्रोल एवं डीजल में राज्य सरकारें वैट के अतिरिक्त पृथक से इसमें सरचार्ज एवं सेस भी वसूलते है । जिसका सबसे ज्यादा बोझ अंतिम उपभोक्ता पर पडता है ।
Petrol and Diesel से वैट वसूलने के मामले राजस्थान, मध्यप्रदेश एवं पंजाब सरकारें प्रमुख है , जिनके द्वारा सबसे ज्यादा वैट टैक्स वसूल किया जाता है । जबकि उत्तर प्रदेश एवं दिल्ली जैसे राज्यों में वैट कम होनें से वहॉ पर तेल के दामों में कमी देखने को मिलती है । दिल्ली एवं उत्तर प्रदेश जैसे राज्याे में निश्चित रुप से तेल में टैक्स कम होनें से वहॉ की जनता को इसका प्रत्यक्ष लाभ प्राप्त होता है ।
तेल खपत – विश्व में कच्चे तेल की खपत की बात की जाये तो अमेरिका, चीन के बाद भारत तीसरे नंबर पर आता है । भारत अपने आपूर्ती का 80% तक कच्चा तेल आयात करता है, शेष 20% कच्चा तेल भारत अपने रिसोर्स से प्राप्त करता है । वर्तमान में भारत 20% कच्चा तेल का उत्पादन क्रमश: राजस्थान,गुजरात,असम,महाराष्ट्र,तमिलनाडु राज्यों से करता है । भारत अपने अन्य नये रिसोर्सेज के बारे लगातार प्रयासरत है ।